कसया थाना क्षेत्र के कसया रामकोला मार्ग स्थित बेलवां रामजस गांव में बुधवार को गेहूं की फसल कटने के बाद खेत में बचे डंठल में आग लग गई। पछुआ हवा के बीच गेहूं का डंठल जल रहा था। आग ने विकराल रूप धारण करते हुए 11 कट्ठा गेहूं के साथ खेतों में रखे पशुओं को खिलाने के लिए भूसा भी जलकर राख हो गया। साथ ही, इस आगलगी में बैरिया, कनखोरिया, परसौनी मुकुंदहां, डीघवां आदि गांवों के सरेह में करीब 300 एकड़ खेतों के डंठल जल गए। कसया-पड़रौना मार्ग पर घंटों आवागमन बाधित रहा। फायर ब्रिगेड के साथ साथ गांव छेत्र के लोगो की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया।
वहीं, खड्डा थाना क्षेत्र के बंधू छपरा गांव में हरि किशोर के घर में आग लग गई और देखते ही देखते सुनील और बरबरी गौतम के घर को भी चपेट में ले लिया। गांव वालों ने पंपिंग सेट और बाल्टी के पानी से आग बुझाने पाने का प्रयास किया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पाया। आगलगी में तीन घरों के बर्तन, कपड़े, बिस्तर, अनाज समेत घर में रखा सभी सामान जलकर राख हो गया। वहीं, दूसरी घटना में बहोरछपरा गांव के चौराहे के समीप सड़क किनारे घर बनाकर रह रहे सन्हू के घर में आग लग गई। झोपड़ी को जलता देख ग्राम प्रधान संग्राम सिंह यादव ने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी। मौके पर जुटे गांव वालों ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग को बढ़ने से रोक लिया। यहां हुई आगलगी में सन्हू का घर और गृहस्थी का सामान जलकर राख हो गया। चतुरछपरा गांव में दोपहर को नहर की पटरी पर गन्ने की पत्तियों में आग लग गई। इससे गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। दोपहर का समय होने के नाते गांव में मौजूद लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
रिपोर्ट-सोहराब अली